Monday, 10 May 2021

छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेला, शंकरनगर रायपुर की यादें



 
18वीं साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेला, शंकरनगर रायपुर की यादें














































































 

3 comments:

  1. बढ़ सुग्घर सुरता मन ल संजों के रखे हँव गरूदेव। जब देखथन मन गदगद हो जाथे। छंद के छ अपन कोरा म छत्तीसग़ढ के जम्मो साधक मन ल स्थान देवत हे। धन्य हो गेन हम तो।

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