Wednesday 31 August 2022

सुरता- सेवानिवृति










 

🌹 *आज मोर रिटायरमेंट के 6 बछर पूरा होइस* 🌹

(31/08/2022)

31 अगस्त 2016 के भारतीय स्टेट बैंक मा मोर अंतिम कार्य दिवस रहिस। हॉस्पिटल एरिया भिलाई शाखा के जम्मो स्टॉफ सपरिवार, मोर अपन परिवार अउ आदरणीय लक्ष्मण मस्तुरिया जी के उपस्थिति मा मोर बिदाई होए रहिस।


मस्तुरिया जी अपन आशीर्वाद के संगेसंग अपन लोकप्रिय गीत "मोर संग चलव" सुनाए रहिन। ये गीत मोर बर गुरुमंत्र असन बनगे।


 ये वो गीत आय जेला मस्तुरिया जी अपन 24 बछर के उमर मा दिल्ली के लाल किला ले बुलंद करे रहिन। 


ये वो गीत आय जउन हर पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के आंदोलन के प्रणेता गीत रहिस। 


ये वो गीत आय जेला बजा-बजा के हर राजनैतिक पार्टी के नेता मन वोट बटोरिन। 


ये वो गीत आय जेला मँय मूलमंत्र मान के छन्द के छ के आंदोलन मा छत्तीसगढ़ के छोटे से छोटे गाँव के साधक मन ला कहेंव - "मोर संग चलव"। 


आज ये आंदोलन मा 200 ले आगर मन संग मा चलिन। कुछ मन संग छोड़के अपन चकाचौंध के रद्दा मा चल दिन तभो ले लगभग 200 सदस्य के ये परिवार,  एक-दूसर ला अपन संग लेके चलत हवय। 


मोर रिटायरमेंट के तारीख मा सत्र - 1 चलत रहिस। अभी सत्र - 20 चलत हे। सितम्बर महीना के 28 तारीख के इक्कीसवाँ सत्र घलो चालू हो जाही। 


ये छै बछर मा छत्तीसगढ़ी साहित्य के दशा अउ दिशा दुनों सँवरगे। इही हर "मोर संग चलव" के मंत्र के सफलता के प्रमाण आय। ये आंदोलन मा आप सबके भूमिका बराबर के हवय। 


ये आंदोलन अइसने चलत रहे, हर साधक इही कहय - "मोर संग चलव।" 


इही शुभकामना के साथ - 


*अरुण कुमार निगम*